अपने ध्यान शक्ति को कैसे बढ़ाएं | ध्यान शक्ति बढ़ाने के उपाय

नमस्ते 🙏

Martial Arts या फिर कोई भी चीज अच्छे से समझने और सिखने के लिए सबसे जरुरी चीजों में से एक है ध्यान। martial arts सिखने से ध्यान शक्ति बहुत ज्यादा बढ़ जाता है; लेकिन martial arts सिखने में ही अगर मन न लगे तो ध्यान शक्ति कैसे बढ़ेगा? Martial arts में मन लगेगा तभी चीजों को अच्छे से सिख पाएंगे और ध्यान शक्ति बढ़ेगा, एकाग्रता बढ़ेगा। इसलिए martial arts करते समय अपने मन को martial arts में लगाये रखना चाहिए। लेकिन किसी किसी के लिए यह कार्य बेहत मुस्किल होता है। क्यूंकि किसी चीज में ध्यान लगाना इतना आसान नही हैं। किसी चीज पर ध्यान बोलकर नहीं लगाया जा सकता। ध्यान लगाना भी एक अभ्यास है। अपने ध्यान शक्ति को बढ़ाने के लिए कुछ उपाय और अभ्यास है जिसके जरिये ध्यान शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। 


अपने ध्यान शक्ति को कैसे बढ़ाएं | ध्यान शक्ति बढ़ाने के उपाय
 अपने ध्यान शक्ति को कैसे बढ़ाएं | ध्यान शक्ति बढ़ाने के उपाय 

ध्यान शक्ति बढ़ाने के उपाय  

जीवन में हर एक चीज को किया जा सकता है। इसलिए ध्यान शक्ति बढ़ाना भी मुस्किल जरुर है लेकिन नामुमकिन नहीं। किसी किसी में ध्यान शक्ति बहुत प्रबल होता है लेकिन किसी किसी में बहुत कमजोर। Martial arts में अपना ध्यान बढ़ाने के लिए या फिर martial arts में अपने मन को लगाने के लिए कुछ बिन्दुओं या उपाय या अभ्यास है जिसके जरिये न सिर्फ martial arts में बल्कि हर एक चीज में ध्यान शक्ति बढ़ने लगेगा:

  • इच्छा शक्ति: Martial arts शिखने और समझने के प्रति प्रबल इच्छा होना जरुरी है। इच्छा के बिना किसी भी चीज में मन नहीं लगेगा। इच्छा ही हमें किसी भी चीज के प्रति आकर्षित करता है। आकर्षण हमें किसी चीज को अच्छे से सिखने के प्रति उत्साहित करता है। फलस्वरूप हमारा मन भी उस चीज में लगने लगता है। एक बार मन लगने के बाद हम चीजों को ध्यान से करने लगते है।
  • प्राणायाम: जिस समय जो चीज कर रहे हो उस समय उसी चीज में अपना ध्यान रखना जरुरी है। मन को भटने का आदत लगाना उचित नहीं है। मन भटकने लगे तो अपने सासों पर ध्यान या फिर अनोलोम-विलोम प्राणायाम करना बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। सांसों में ध्यान के जरिये हम अपने मन को नियंत्रित कर सकते है। जिससे ध्यान शक्ति बढ़ता है। अनोलोम-विलोम से सांसों के ऊपर नियंत्रण आता है। मन स्वस्थ और सकारात्मक होता है। फलस्वरूप ध्यान शक्ति बढ़ता है। अनुलोम-विलोम बहुत ही उत्कृष्ट प्राणायाम है।
  • अच्छा खाना: अच्छा खाना और पोषण युक्त खाना खाने से भी ध्यान शक्ति बढ़ता है। पोषण युक्त खाद्य शारीर और मन को स्वस्थ रखता है। अगर शारीर को सही पोषण न मिले तो यह शारीर पर नकारात्मक प्रभाव डालने लगता है। जिससे शारीर और मन अस्वस्थ होने लगता है फलस्वरूप किसी भी चीज में मन नहीं लगता। जिससे ध्यान शक्ति में कमी होने लगता है। इसलिए पोषण युक्त खाद्य जरुरी है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है की आप सिर्फ उन्ही चीजों का सेवन करे जिससे दिमाग तेज होता है और ध्यान शक्ति बढ़ता है बल्कि सभी पोषण युक्ति चीजों का सेवन कीजिये। दिमाग को तेज बनाने के लिए सिर्फ दिमाग को स्वस्थ रखने से नहीं होगा बल्कि शारीर को भी स्वस्थ रखना जरुरी है। 
  • त्राटक: अपनी ध्यान शक्ति को बढ़ाने के लिए त्राटक बहुत ही उत्कृष्ट अभ्यास है। यह एक प्राचीन योगिक ध्यान अभ्यास है। इसमें किसी एक वस्तु या किसी एक बिंदु पर बिना पलके झपकाए तब तक देखे रहने पड़ता है जब तक की आँखों से आँसू न निकलने लगे। साधारणतः इसमें अँधेरे कमरे में एक मोमबत्ती की लौ को लगातार देखते रहने से काफी फाएदा मिलता है। इस अभ्यास से न सिर्फ ध्यान शक्ति बढ़ता है बल्कि मन शांत होता है, एकाग्रता बढ़ता है, याददाश्त में सुधर होता है और मानसिक विकर्षण (mental distractions) भी समाप्त होता है। 
  • मंत्र जाप: ध्यान शक्ति को बढ़ाने के लिए मंत्र जाप बहुत ही उन्नत तरीका है। मंत्र जाप से मन को  बहुत हद नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा त्राटक अभ्यास के सभी फाएदे मात्र जाप से मिलते है। इसलिए हमारे पूर्वज मंत्र जाप में बहुत जोर देते थे। हमारे पूर्वज इस पद्धति में महारत हासिल कर चुके थे। मंत्र जाप के कई तरीके होते है। उन में से एक है किसी भी मंत्र को आखें और मुंह बंद करके मन ही मन में जाप करना। इस दौरान आप अपने सांसों में ध्यान दे सकते है या फिर मंत्र के शब्दों में ध्यान दे सकते है या फिर मंत्र को गिन सकते है की कितने बार मंत्र को उच्चारित किये है। मेरे अनुसार मंत्र जाप अगर अच्छे से किया जाएँ तो आप न सिर्फ अपने मन को बल्कि अपने अन्दर के बुराई पर भी नियंत्रण करने में सफल हो सकते है। मैंने जो पाया है की मंत्र जाप सही में एक अद्भुत शक्ति है लेकिन इस शक्ति का असली एहसास केवल एक दो महीने में नहीं होगा बल्कि एक दो साल भी लग सकते है। यह समय व्यक्ति से व्यक्ति अलग अलग हो सकता है।
    दिन में समय निकाल के कम से कम 108 बार धीरे-धीरे शांत हो कर न गुस्सा, न हिंसा, न अहंकार, न अपने प्रति मोह, सिर्फ शांत तरीके से मंत्र जाप कीजिएगा


अंत में 

उम्मीद करता हूँ इस लेख से आप लाभंनित हुए होंगे और आपका ध्यान शक्ति और ज्यादा बढ़ने लगागा। बस एक चीज है जो आप भी जानते ही है की हम मनुष्य मशीन नहीं है की ध्यान लगाने बोल दिया और ध्यान लग गया; हमें किसी भी चीज के लिए पहले तैयार होना पड़ता है। इसलिए ध्यान लगाने के लिए सिर्फ कोशिश न करें वह सब कार्य करे जिससे ध्यान शक्ति बढ़ता है। किसी भी चीज में महारत हासिल करने में ध्यान अत्यंत जरुरी चीजों में से एक है। ध्यान के बिना हर कार्य अधुरा है। इसलिए ध्यान शक्ति बढ़ाये, एकग्रता बढ़ाएं, मन को नियंत्रित रखें। मन ही वह चीज है जिसके वश में हम कार्य करते है। अगर हमारा मन हमारे वश में नहीं होगा तो हमारा कार्य भी हमारे वश में नहीं होगा। इसीलिए गुस्सा, हिंसा और अहंकार को नियंत्रित करके मन को वश में रखिये, बहुत कुछ अपने आप समझ में आने लगेगा।  


लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏


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